रोज़ को हिन्दी में गुलाब कहते हैं. गुलाब एक कांटेदार झाड़ीदार पौधा है जिस पर सुगंधित फूल लगते हैं. गुलाब के फूल कोमलता और सुंदरता के लिए जाने जाते हैं. गुलाब के फूलों का इस्तेमाल सजावट, गुलदस्ता बनाने, और अन्य कामों में किया जाता है.
गुलाब से जुड़ी कुछ और बातेंः
- गुलाब का वानस्पतिक नाम रोज़ा (Rosa) है.
- गुलाब के पौधे का औसत जीवनकाल 5 से 7 साल होता है.
- गुलाब के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि सफ़ेद, गुलाबी, पीले, और लाल.
- गुलाब के ज़्यादातर पौधे एशिया महाद्वीप के मूल हैं.
- भारत सरकार ने 12 फ़रवरी को गुलाब दिवस घोषित किया है.
- नीले गुलाब को शांति का प्रतीक माना जाता है.
- फ्लोरिबुंडा गुलाब, गुलाब का दूसरा सबसे लोकप्रिय प्रकार है.
गुलाब के पौधे की देखभाल करने के लिए, इन बातों का ध्यान रखें:
- गुलाब के पौधे को रोज़ाना पानी दें. गर्मियों में, दिन में दो-तीन बार पानी दें.
- गुलाब के पौधे को कम से कम छह घंटे की धूप दें. हालांकि, सीधी तेज धूप से पत्तियां जल सकती हैं.
- गुलाब के पौधे की मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ होने चाहिए.
- मिट्टी में खाद मिलाएं. गोबर की खाद, किचन कॉम्पोस्ट से ज़्यादा अच्छी होती है.
- मिट्टी को कड़ी न होने दें. बीच-बीच में मिट्टी को खुदाएं, ताकि पानी आसानी से पौधे में पहुंच सके.
- कमज़ोर और मरे हुए पौधों की शाखाओं को हटाएं.
- मुरझाए हुए फूलों को हटाएं, ताकि नए फूल आ सकें.
- गुलाब के पौधे पर कीड़े लगने से बचाने के लिए, महीने में एक बार नीम का तेल डालें.
- गुलाब के पौधे के बीज नर्सरी से लें और पैकेट में मौजूद सभी बीजों को अच्छे से चेक करें.